बिहार डेस्क:- सोशल मीडिया पर बेहद चर्चित खान सर सहित कई संस्थानों के मालिकों समेत 400 से अधिक लोगों के खिलाफ पटना में मामला दर्ज किया गया है। दरअसल बिहार में आरआरबी एनटीपीसी रिजल्ट को लेकर छात्र जमकर प्रदर्शन कर रहे हैं।
वहीं हिरासत में लिए छात्रों का कहना है कि सोशल मीडिया पर एक वायरल वीडियो देखने के बाद वे हिंसा और दंगा करने की शह मिली थी, जिसमें खान सर को कथित तौर पर आरआरबी एनटीपीसी परीक्षा रद्द नहीं होने पर छात्रों को सडक़ पर आंदोलन करने के लिए उकसाते हुए देखा गया था।
वहीं छात्रों के प्रदर्शन के बाद खान सर का कहना था कि आरआरबी (RRB) ने जो अभी फैसला लिया है, अगर वो 18 तारीख को ही ले लिया जाता, तो यह नौबत नहीं आती, लेकिन आज एक अच्छा कदम यह उठाया है कि 16 फरवरी तक सभी स्टूडेंट से सुझाव मांगा है। बता दें कि छात्रों ने आरआरबी एनटीपीसी की परीक्षा के परिणाम में धांधली का आरोप लगाया है। इसके बाद छात्र संगठन आइसा व इनौस ने 28 जनवरी को बिहार बंद का आह्वान किया है। आइसा-इनौस नेताओं की मांग है कि रेल मंत्रालय सात लाख संशोधित रिजल्ट फिर से प्रकाशित करे।
इस बीच रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का बयान भी सामने आया है। उन्होंने प्रदर्शनकारी छात्रों से सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान नहीं पहुंचाने का आग्रह किया। रेल मंत्री ने छात्रों की समस्याओं के निवारण का भी आश्वासन दिया है। इससे पहले रेलवे ने तोडफ़ोड़, उपद्रव में लिप्त पाए जाने वाले उम्मीदवारों को नौकरी नहीं देने पर विचार करने की बात कही थी। रेल मंत्रालय (Ministry of Railways) में प्रधान कार्यकारी निदेशक (औद्योगिक संबंध) दीपक पीटर गेब्रियल की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय समिति भी बनाई है। ये विभिन्न रेलवे भर्ती बोर्ड (आरआरबी) की ओर से आयोजित परीक्षाओं में सफल और असफल होने वाले परीक्षार्थियों की शिकायतों की जांच करेगी।