दोनों शिक्षको ने शिक्षा के मंदिर में शर्मसार किया शिक्षा का वीडियो हुआ वायरल।
सारण :- जिले के अमनौर प्रखण्ड के उत्क्रमित माध्यमिक बिद्यालय ढोरलाही नारा पर स्थित बिद्यालय परिसर में दो शिक्षक आपस मे मारपीट करते वीडियो में नजर आ रहे है, दोनों शिक्षक एक दूसरे को कॉलर पकड़े हुए है,वर्ग कक्ष से शिक्षकों के कारनामे को बच्चा देख अपने आप को शर्मिंदा हो रहे है। शिक्षक खुलेआम एक दूसरे को भदी भदी गालियां दे रहे है। घटना मंगलवार की बताया जाता है।
दोनों शिक्षक बिद्यालय परिसर में बच्चे के सामने ही एक दूसरे को दे रहें हैं भदी भदी गालियां वीडियो सोशल मीडिया पर खूब हो रहा है वायरल।
शिक्षक ईट के टुकड़ा उठाकर गाली गलौज कर रहे है। पढ़ाई के समय मे तो दोनों शिक्षकों में महां युद्ध चला है। एक दूसरे के साथ मारपीट कर रहे शिक्षक एक मोहन कुमार सिंह दूसरा मो सज्जाद आलम बताया जाता है। मार पीट के मामले को लेकर मो सज्जाद आलम ने कहा कि हम अल्प संख्यक समुदाय से आते है जिसको लेकर मोहन सिंह हमेशा बिद्यालय में जाति सूचक शब्द के प्रयोग कर हमको ताना मारते है। मैं प्रभारी शिक्षिका का सयोग करता हुए जिससे ये हमारे साथ खफा रहते है, मैं जैसे बिद्यालय में पहुँचे तो बोले मियवा आ गया जिसका मैं विरोध किया,इसी बात को लेकर वे कॉलर पकड़ मारने पीटने लगे, भदी भदी गालीया देने लगे,वही शिक्षक मोहन सिंह का कहना है कि सज्जाद लेट से आया,जिसका मैं वीडियो बना रहा था,जिसको लेकर वे हमारे साथ गाली गलौज एवं मारपीट करने का आरोप लगाया। वही बिद्यालय के प्रभारी प्रधाना ध्यापिका रंजू कुमारी ने बताया की बिद्यालय में जो कुछ हो रहा है सब प्रभार को लेकर किया जा रहा है। पहले बिद्यालय में मेंंरे कनीय शिक्षक मोहन सिंह प्रभारी प्रधाना ध्यापक थे।
बरिये शिक्षिका होने के नाते मैं इसकी सूचना अधिकारी को दिया,जिसके बाद मुझे केवल शैक्षणिक प्रभार दिया गया,जब से मैं प्रभार लिया हु, मोहन सिंह द्वारा बिद्यालय में हमेशा कुछ न कुछ उपद्रव कराते रहते है, हमारे कनीय शिक्षक सज्जाद सर मुझे सहयोग करते है इनको इस एवज में इनके साथ मारपीट गाली गलौज किया गया, कई बार शिक्षा पदाधिकारी को लिखित शिकायत की पर कोई करवाई नही हुई। शिक्षा पदाधिकारी संजय सिंह ने कहा कि दोनों शिक्षकों ने मर्यादा के बिरुद्ध कार्य किया है, इन्होंने घटना को संज्ञान में आते है दोनों के बिरुद्ध करवाई करते हुए स्पष्टि करन की मांग किया है।
बतादे कि जिला धिकारी के द्वारा पहले ही निर्देशित किया जा चुका है कि एक भी शिक्षक प्रतिनियोजन पर नही रहेंगे,नही कोई कनीय शिक्षक प्रभारी बनेंगे, इसके बाद भी प्रखण्ड में कई कनीय शिक्षक प्रभार में बने हुए है। कई शिक्षक प्रतिनियोजन पर बने हुए है। सभी बिद्यालय में युद्ध का यही कारण माना जा रहा है।