सारण डेस्क सारण जिले के तरैया थाना क्षेत्र के देवढी पूरब टोला मैं दहेज के लिए विवाहिता को प्रताड़ित कर घर से निकालने का मामला प्रकाश में आया है इस संबंध में स्थानीय थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है
पीड़ित महिला व स्थानीय गांव निवासी मंजीत यादव की पत्नी निशा देवी है जिसने अपने ससुर जेठानी एवं देवर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है जिसमें ससुर सिपाही राय जेठानी शिला देवी तथा देवर रंजीत राय आरोपित किया गया है.!
मामला दर्ज होने के बाद जब हमने इस पूरे मामले की तहकीकात की तो यह पूरा खबर झूठा निकला आपको बता दें कि यह दोनों पति पत्नी 4 अगस्त 2016 से ही अपने परिवार से अलग रहते हैं पिता और पुत्र में कोई बातचीत नहीं है परिवार के सभी सदस्यों का अलग-अलग चूल्हा जलता है आपको बता दें कि 2016 में बना पंचनामा के मुताबिक घर में कुल 3 कमरों में एक कमरा पंचों द्वारा मनजीत यादव को दिया गया है
जिसमें ये लोग रहते हैं! और अपना अलग कमाते खाते हैं! हमने इस मामले में आसपास के लोगों तथा 2016 में बने पंचनामा के कुछ लोगों से बातचीत की तो लोगों ने बताया कि यह दोनों पति-पत्नी अधिकतम समय अपने ससुराल में ही व्यतीत करते हैं यहां आस पड़ोस में किसी भी व्यक्ति से कोई लेना देना या बातचीत नहीं होता है यह लोग जब भी घर आता है तो अपने घर में रहता है और पुनः फिर ससुराल चला जाता है लोग इन लोगों ने जो दहेज प्रताड़ना का केस किया है वह निराधार है इन लोगों का बिजली कनेक्शन भी अलग है जो इनके कमरे में लगा हुआ है!
सबसे बड़ी बात तो यह है कि आज भी यह लोग अपने ही घर में रह रहे हैं इन्हें घर से नहीं निकाला गया है! तहकीकात के दौरान जब हमने लोगों से इस संबंध में पूछा तो ग्रामीण चौक गए और कहे इस तरह का कोई भी घटना इस गांव में हुआ ही नहीं है! यह केस सरासर गलत है इस संबंध में हमने पीड़ित से संपर्क करने की कोशिश की तो संपर्क नही हो पाया लेकिन मोबाइल फोन पर बात हुआ जिसमे मंजीत यादव ने बताया की हम पुरा हिस्सा नही दिया जा रहा है! हमे केवल एक घर मिला है! हिस्सा नही मिला हैं. मांगने पर हमारी पत्नी से दो लाख रुपया मांगा जा रहा है! असल मे ग्रामीण द्वारा बात करने पे ये खबर मिला की ये लोग मंजीत राय और निशा देवी ये दोनों अपना कमाते है और पैसा खुद रखते है, और इनके बड़े भाई और छोटे भाई ज़ो कमा कर अपने बुजुर्ग पिता का खर्चा उठाते है और ज़ो ज़मीन खरीदते है या ये ज़ो घर बनाते है उसमे ये मंजीत राय व निशा देवी अपना हक़ और हिसा मांगते है! ये मामला दहेज का नही बल्कि जमीन बाटवारे का हैं.
हालाँकि दर्ज प्रथमिकी के आधार पर पुलिस मामले की जांच मे जुट गई है!