सारण :- जिले के मशरक प्रखंड अंतर्गत कवलपुरा मठिया गांव की एक गूंगी लड़की 20 बर्षीय शिल्पी कुमारी की शादी दुमदुमा शिवमन्दिर में परिजनों एवं ग्रामीणों के सहयोग से धूमधाम से दहेज मुक्त संपन्न हुई।
बताया जाता हैं की शिल्पी के पैदा होने के बाद उसके पिता मनु दास घर छोड़कर कहीं चले गए, जो आज तक वापस नहीं लौटे। पति के गायब होने के बाद शिल्पी की मां पुष्पा देवी ने अपनी साथ अपनी बच्ची का भरण पोषण करने के लिए गांव गांव घूमकर महिलाओ के श्रृंगार की सामग्री के जरूरत का सामान टोकरी में रख कर बेचना शुरू किया।
मां पुष्पा देवी के साथ में बेटी शिल्पी भी होती थी।
गूंगी होने के बावजूद भी शिल्पी गांव के हर घर की प्यारी बिटिया बन गई थी। जिसका शादी शिव मंदिर में संपन्न हुई.आसपास के दो तीन गांव के दर्जनों महिला एवं पुरुष गरीब दिव्यांग शिल्पी एवं उसके दूल्हे के लिए उपहार लेकर पहुंच आशीर्वाद दिया।
बतादे की शिल्पी की शादी हिंदू रीति रिवाज से * सिवान जिले के बसंतपुर थाना क्षेत्र के बलथरा सोहीलपट्टी गांव निवासी केदार दास के पुत्र मंटू दास के साथ बिना दान दहेज के संपन्न हुई। मंटू दास एक फैक्ट्री में स्थायी कर्मचारी है। उसके हाथ की सभी उंगली कटे हुए है।
बलिया जिला के उत्तर प्रदेश बेल्थरारोड निवासी शिल्पी के मामा पवन कुमार ने शादी की रस्म पूरी कराई।