
छपरा— छपरा-मांझी पुल के नीचे सड़क किनारे उस समय सनसनी फैल गई, जब राहगीरों ने एक अज्ञात वृद्ध का शव पड़ा हुआ देखा। घटना की सूचना मिलते ही मांझी थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर छानबीन शुरू की। बाद में शव की पहचान छपरा सदर प्रखंड के सॉंढ़ा गांव निवासी 50 वर्षीय जगत राम के रूप में हुई, जो स्वर्गीय मुनरी भगत राम के पुत्र थे।

दो महीने पहले हुए विवाद था विवाद, मिली थी धमकी।
मृतक के परिजनों ने बताया कि जगत राम मानसिक रूप से थोड़े मंदबुद्धि थे। लगभग दो महीने पहले मोहल्ले के कुछ युवकों ने उनके साथ मज़ाक किया था, जिस पर नाराज होकर उन्होंने एक युवक की ओर ईंट फेंक दी थी। इस घटना के बाद वह युवक आक्रोशित हो गया और शाम को अन्य के साथ उसने जब जगत राम के घर में कोई मौजूद नहीं था, उसने जगत राम के साथ मारपीट की थी।
इस मामले को लेकर उनकी पत्नी दावली देवी ने तत्काल स्थानीय थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए संबंधित युवक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। परिजनों का आरोप है कि जेल जाते समय उस युवक ने जगत राम को जान से मारने की धमकी दी थी। बता दें कि उक्त युवक से जमीनी विवाद है जो न्यायालय में वाद दायर है। प्रथम दृष्टया जमीनी मामला लगा रहा है।

16 जुलाई से लापता थे जगत राम
परिजनों के अनुसार जगत राम दिनांक 16 जुलाई 2025 से अचानक लापता हो गए थे। उन्होंने कई जगहों पर खोजबीन की लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। अंततः 20 जुलाई को सोशल मीडिया के माध्यम से उन्हें जानकारी मिली कि मांझी पुल के नीचे एक अज्ञात शव मिला है। मौके पर पहुंचने पर उन्होंने शव की पहचान जगत राम के रूप में की। इसके बाद परिजनों में कोहराम मच गया।
पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंपा
मांझी थाना पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचनामा तैयार किया और पोस्टमार्टम के लिए छपरा सदर अस्पताल भेजने के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया गया है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों का सही पता चल सकेगा,
परिजन जता रहे हत्या की आशंका
मृतक के परिवार का कहना है कि यह सामान्य मौत नहीं है, बल्कि यह पूर्व के विवाद से जुड़ी एक साज़िश के तहत की गई हत्या हो सकती है। उन्होंने पुलिस से निष्पक्ष जांच और दोषियों को कठोर सजा दिलाने की मांग की है।
— प्राथमिकी की प्रक्रिया अभी चल रही है