सारण पानापुर
पति की लंबी आयु एवं परिवार की सुख समृद्धि के लिए सुहागिनों ने शुक्रवार को तीज व्रत किया।
सोलह श्रृंगारों में सजी सुहागिनों ने मिट्टी से भगवान शिव एवं पार्वती की प्रतिमा बनाकर पूजा अर्चना किया एवं अखंड सौभाग्य के प्रतीक इस व्रत के कथा का श्रवण किया।
कथावाचक पंडित काशीनाथ तिवारी ने बताया कि माता पार्वती ने भगवान शिव को पति के रूप में पाने के लिए कठोर तपस्या की थी। इससे प्रसन्न होकर भगवान शिव ने श्रावण माह के शुक्ल पक्ष के तृतीया तिथि को ही उन्हें पत्नी के रूप में स्वीकार किया था। इसी कारण सुहागिन अपने सुहाग को अक्षुण्ण बनाये रखने के लिए भगवान शिव एवं मां पार्वती की आराधना करती हैं।