गोपालगंज से एक दर्दनाक घटना सामने आई है, जहां बेटी की मौत से आहत होकर एक परिवार के तीन लोगों ने ट्रेन से कटकर खुदकुशी कर ली। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची शवों को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज मामले की जांच शुरू की।
मारने वालों में पिता के साथ उसके दो जवान बेटे हैं। इस घटना के पश्चात् पूरे गांव में मातम पसर गया।
कहा जा रहा है कि रामसूरत महतो की बेटी सुभावती कुमारी ने दो दिन पहले ही बीमारी की वजह से दम तोड़ा था। जिसके कारण पूरा परिवार परेशान था उसके पश्चात् रामसूरत महतो ने अपने बेटे सचिन और दीपक के साथ चंदन टोला के पास थावे-छपरा पैसेंजर ट्रेन से कटकर जान दे दी। गांव के मुखिया, सरपंच और ग्रामीणों के अनुसार, रामसूरत का परिवार बेटी की बीमारी से बेहद परेशान था। लकवे का उपचार करने में वो सब कुछ गंवा बैठा था। गांव के लोगों का कहना है कि रामसूरत महतो के परिवार में अब कोई बचा नहीं है। जो घटना का सही कारण बता सके। क्योंकि उसकी पत्नी की पहले ही बीमारी से मौत हो गई थी।
एक बेटा दिव्यांग था और दूसरा बेटा सूरत में काम रहा था। जिससे पूरे परिवार का भरण पोषण चलता था। पूरे गांव में इस घटना की चर्चा हो रही है। रामसूरत अक्सर बोलता था कि जिस दिन बेटी मरेगी उसी दिन हम सभी भी मर जाएंगे। स्थानी ग्रामीण कंचन कुमार ने बताया कि बेटी 3 दिन पहले मर गई थी। जिसका शव अब भी घर पर ही पड़ा है। इसी दुःख में पिता ने अपने दोनों बेटों के साथ आत्महत्या कर ली। उसकी बेटी और बेटा दिव्यांग था। जबकि दूसरा सूरत में काम करता था तथा परिवार का भरण-पोषण करता था। SDPO प्रांजल के नेतृत्व में पुलिस टीम घटनास्थल पर पहुंचकर तहकीकात आरम्भ कर दी है।