NEP2020 वापस ले सरकार : आइसा
बिहार में डोमिसाइल नीति लागू करे सरकार- दिपंकर कुमार मिश्र
छपरा के जयप्रकाश विश्वविद्यालय के कैंपस में 4 जुलाई को किए गए भूख हड़ताल के दौरान आइसा जिला सचिव दीपांकर कुमार मिश्र ने कहा कि बिहार सरकार द्वारा खत्म की गई डोमिसाइल नीति को जल्द से जल्द लागू करें। बिहार शिक्षक बहाली में बिहार के शिक्षक यहां की स्थिति को जितना बेहतर समझते हैं दूसरे राज्यों से आए शिक्षक उसमें सफल नहीं होंगे साथ ही हमारे यहां बेरोजगारी भी बढ़ेगी सरकार द्वारा उठाया गया यह कदम निंदनीय है।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा लाई गई नई शिक्षा नीति गरीबों को कैंपस से बाहर करने की नीति है। इसके तहत शिक्षा का केंद्रीय करण होगा इससे राज्यों की स्वायत्तता खत्म होगी और छात्र अपने क्षेत्र की समस्या और निदान को नहीं पढ़ पाएंगे। बिहार की बात करें तो यहां कि कोई भी यूनिवर्सिटी एनआईआरएफ में टॉप हंड्रेड में जगह नहीं बना पाई बिहार की सभी यूनिवर्सिटी लचर स्थिति में है।
सबके सत्र विलंब से चल रहे हैं। शिक्षकों की कमी है और यदि हमारे विश्वविद्यालय की बात करें तो जयप्रकाश विश्वविद्यालय में छात्र सबसे अधिक सत्र विलंब का सामना कर रहे हैं ऐसे में यदि यहां इस बार यूपी लागू की जाती है। तो 4 वर्ष का कोर्स यह विश्वविद्यालय 8 वर्ष में पूरा करा पाएगी या नहीं इसकी भी कोई गारंटी नहीं है। ऐसा यूपी के तहत जो बेतहाशा फीस वृद्धि हुई है उससे छात्र पढ़ाई छोड़ने पर मजबूर हो रहे हैं।
उन्होंने कहा की हमारे विश्वविद्यालय के कॉलेजों में छात्रावास की भारी कमी है ऐसे में यदि यहां जीओवीटी लागू होती है तो हमारे बिहार के छात्र सबसे अधिक प्रभावित होंगे जिससे यदि उन्हें किसी दूसरे यूनिवर्सिटी में दाखिला मिलती है तो वहां उन्हें छात्रावास नहीं मिलेगा ऐसे में हमारे यहां की छात्राएं कैसे पढ़ पाएंगी उसके सुरक्षा की गारंटी कौन करेगा।
वहीं मौके पर जिला अध्यक्ष कुणाल कौशिक ने कहा कि हमारे विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाले छपरा सिवान और गोपालगंज के किसी भी विश्वविद्यालय में बेहतर छात्रावास की सुविधा नहीं है। ऐसे में दूर के छात्र रेगूलर क्लास नहीं कर पाते हैं। हम विश्वविद्यालय से जयप्रकाश महिला कॉलेज सहित सभी कॉलेजों में छात्रावास निर्माण और पेय जल के साथ सभी बुनियादी चीजों को जल्द से जल्द पूरा करने और सिवान , गोपालगंज से आने वाले छात्र-छात्राओं के लिए रेल पास मुहैया करवाने की मांग की।
वहीं सारण आइसा नेत्री रीता कुमारी ने कहा कि हमारे विश्वविद्यालय के हर 2 छात्र में से एक छात्र विश्वविद्यालय के किसी न किसी समस्याओं से जूझ रहा है। यहां परीक्षा देर से हो रही है तो वही जब एडमिट कार्ड आता है तो उसमें त्रुटि मिलती है। जब परीक्षा होते हैं तो परीक्षा परिणाम में त्रुटि होती है। जिसमें परीक्षा दिए छात्र को अनुपस्थित बताकर फेल कर दिया जाता है जो बाद में लंबी प्रक्रिया के बाद सुधारा जाता है। इस प्रक्रिया में छात्र परेशान हो जाते हैं। उन्होंने कहां की विश्वविद्यालय से किसी भी छात्र के रिजल्ट में सुधार हेतु दिए गए आवेदन की प्राप्ति रसीद और एक हफ्ते के अंदर कार्य किए जानें की सुनिश्चित करने की मांग की
साथ ही उन्होंने कहा कि पीजी एग्जाम के लिए सिवान एवं गोपालगंज के छात्रों को विश्वविद्यालय में परीक्षा देने के लिए आना पड़ता है विश्वविद्यालय को दूर से आने वाले छात्रों के लिए सिवान और गोपालगंज में परीक्षा केंद्र बनाने की अत्यंत आवश्यकता है।
वहीं मौके पर आइसा छात्र रमेश कुमार ने कहा कि जयप्रकाश विश्वविद्यालय के सभी वित्त रहित महाविद्यालय कि भुखमरी से परेशान हो रहे शिक्षक कर्मचारियों का वेतन भुगतान यथाशीघ्र किया जाए।
मौके पर जिला कमेटी सदस्य रोहित साह , रोहित गुप्ता , मनीष कुमार , संटु कुमार , उपेंद्र माझी , विशाल कुमार , विकास कुमार , हिमांशु कुमार सहित अन्य उपस्थित थे।