* नियोजित शिक्षकों को सारण एमएलसी चुनाव से सबक लेकर मतलबी लोगों से दूर रहना होगा- पूर्व अनुमंडल सचिव
छपरा, सारण
सारण जिला माध्यमिक शिक्षक संघ के पूर्व सदर अनुमंडल सचिव सुजीत कुमार ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि बिहार सरकार के द्वारा लगातार नियोजित शिक्षकों की हकमारी की जा रही है जो काफी दुर्भाग्यपूर्ण है। नियोजित शिक्षकों के 17 वर्षों के नियोजन के उपरांत सरकार के द्वारा नई नियमावली लाकर नियोजित शिक्षकों के प्रति जो रवैया अपनाई जा रही है वह काफी दुर्भाग्यपूर्ण है। अभी हाल फिलहाल सारण शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से विजयी प्रत्याशी के द्वारा तरह तरह की तमाम घोषणाएं चुनाव पूर्व नियोजित शिक्षकों की लड़ाई लड़ने से सम्बंधित की गई थी। चुनाव जीतने के बाद अभी तक एमएलसी का कोई सटीक रणनीति खुलकर सामने नहीं आ रही है जो काफी दुर्भाग्यपूर्ण है। चुनाव पूर्व के रणनीतिकार प्रशांत किशोर के द्वारा कई तरह की बातें सोशल मीडिया के माध्यम से शिक्षकों के हक हुकूक की लड़ाई लड़ने की बातें की जा रही थी। उनके द्वारा यह भी बात कही गई थी कि शिक्षक संगठन एक मंच पर आ जाए तो निश्चित रूप से बिहार सरकार को झुकना होगा। आज वह समय आ चुका है जब सारे शिक्षक संगठन एक मंच पर आ गए हैं तो हमारे भावी रणनीतिकार महोदय का कोई ऐसा सटीक बयान नियमावली पर अभी तक प्रदर्शित नहीं हुआ है।साथ ही साथ इनके द्वारा अगुवाई की बात भी कही जा रही थी। मगर अभी तक वे कहीं भी दिखाई नहीं दे रहे हैं।
अभी भी समय है बिहार के तमाम नियोजित शिक्षक ऐसे रहनुमा के चक्कर में ना पड़े और हमे अपनी लड़ाई खुद संघ संगठन के माध्यम से एक मंच पर होकर लड़ना होगा। सरकार की रणनीति का पुरजोर विरोध रणनीति बनाकर करनी होगी जिससे हमें सफलता प्राप्त हो। अभी हाल-फिलहाल सारण शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के परिणाम से नियोजित शिक्षकों को सबक लेनी होगी कि किस प्रकार से नियोजित शिक्षकों का वोट लेकर लोग इतनी जल्दी भूल गए। इस बात को ध्यान देना होगा और अपनी लड़ाई संघ संगठन के माध्यम से निश्चित रूप से करनी होगी तभी सफलता हाथ लगेगी ।अन्यथा ऐसे कई रणनीतिकार आएंगे और केवल हम नियोजित शिक्षकों का वोट लेकर अपना उल्लू सीधा करने का काम करते रहेंगे। अभी भी समय है तमाम नियोजित शिक्षक साथी अपने संघ संगठन के साथ कदम से कदम मिलाकर चले तो निश्चित रूप से आने वाला समय हमारा होगा।