मांझी थाना क्षेत्र के मांझी पुल से एक युवक ने घर से टेंशन में आकर शराब पीकर 50 फीट नीचे नदी में छलांग लगाकर खुदकुशी कर ली। हालांकि मछुआरों ने उसे पुल से कूदते हुए देख लिया और उसे बचाकर उपचार के लिए स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया, लेकिन उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। हालांकि समाचार प्रेषण तक युवक के शव की शिनाख्त नहीं हो सकी है। वहीं उसकी मृत्यु के बाद मांझी थाना पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए छपरा सदर अस्पताल भेजा। जहां शव का पोस्टमार्टम कराए जाने के बाद उसे पहचान के लिए सुरक्षित रखा गया है।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया- छानने के बाद जिंदा था लेकिन उपचार के लिए ले जाने में दम तोड़ दिया, मुंह से आ रही थी बदबू
काफी टेंशन और नशे की हालत में था, अभी देख ही रहे थे मछुआरे कि छलांग लगा दी
मृतक की उम्र करीब 40 वर्ष बताई जा रही है। जानकारी के अनुसार मछुआरे नदी में मछली मार रहे थे। इसी बीच वह युवक नशे की हालत में काफी टेंशन में दिख रहा था। उन्होंने देखा कि मांझी पुल से देखते ही देखते युवक ने नदी में छलांग लगा दी। जिसके बाद वे लोग उस युवक को बचाने के लिए नाव के साथ वहां पहुंचे और काफी मशक्कत के बाद उसे नदी से निकालकर देखा तो उसकी सांसें चल रही थी। जिसके बाद उनके द्वारा उसे मांझी स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। इस मामले में मांझी थानाध्यक्ष ने बताया कि शव का पोस्टमार्टम कराए जाने के बाद उसे सुरक्षित रखा गया है।
प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा-यूपी की आेर से आ रहा था
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक उसके मुंह से शराब की बदबू भी आ रही थी। कहा कि नशे की हालत में उसने नदी में छलांग लगा दी। लोगों का कहना था कि वह यूपी दिशा से शराब का सेवन कर पुल पर आया। वह नशे की हालत में दिख रहा था। लेकिन किसी को अंदाजा नहीं था कि वह देखते ही देखते नदी में छलांग ही लगा देगा।
बिहार-यूपी बॉर्डर इलाके में तस्करों की बल्ले-बल्ले
मांझी पुलिस यूपी का एरिया बता कर टाल मटोल करती है तो यूपी की पुलिस बिहार का एरिया बताती है। लिहाजा बॉर्डर इलाका में शराबियों और कारोबार का बल्ले बल्ले है। यहां बता दे कि पूर्व में बिहार के छपरा के वरीय अधिकारियों ने यूपी के अधिकारियों के साथ इस मुद्दे पर बैठक की थी। परिणाम सिफर रहा। आज भी बिहार के छपरा जिले के लोग पीने के लिए उस इलाके में जाते है।