आरोप : नगर पंचायत में स्ट्रीट लाइट लगाने मे घोर भ्रष्टाचार, ठेकेदार का अता पता नहीं
सारण :- जिले के मशरक नगर पंचायत क्षेत्र में पिछ्ले महीने ही 16 वार्डो में प्रकाश के लिए करोड़ों रुपए की लागत से 2 हजार से ज्यादा स्ट्रीट लाइट लगाई गई थी।
बताया जाता हैं की नगर पंचायत द्वारा लगाए गए स्ट्रीट लाइट को अभी महीने ही बीते हैं कि कुछ लाइटें लगने के कुछ ही दिन बाद से खराब होना शुरू हो गया हैं। अधिकांश स्ट्रीट लाइटों के खराब होने से वार्डों में अंधेरा पसर गया है। स्ट्रीट लाइट को ठीक करने की मांग को लेकर कई वार्डवासी वार्ड पार्षद से शिकायत दर्ज कराते हैं पर कोई भी सुनवाई नहीं होता है।
ग्रामीणों ने बताया कि शुरूआत में वार्डों में एक साथ में बिजली की पोल पर लाइटे लगीं तो नगर पंचायत का इलाका रात होते ही रौशनी से गुलजार हो जाता था। स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि लगता है कि लाईटे लगाने मे घोर अनियमितता बरती गई है। जिसके चलते गारंटी पीरियड में ही लाइटें खराब हो गई।
वही वार्ड पार्षदों ने दबी जुबान से बताया कि स्ट्रीट लाईटे लगाने में जबरदस्त धांधली की गई है। जिसकी जांच पड़ताल कर दी जाए तों बड़े भ्रष्टचार का खुलासा हो जाएगा।
बताया गया कि जब से टेंडर की प्रकिया हुई तब से कौन ठेकेदार इसका टेंडर लिया है पता ही नहीं चल पाया। जबकि नियमानुसार टेंडर में ठेकेदार का नाम और मोबाइल नम्बर स्पष्ट होना चाहिए, वही यदि बिजली के पोल पर ठेकेदार का नम्बर सार्वजनिक रूप से अंकित रहता तो फोन कर मरम्मत कार्य कराया जा सकता है।
इस मामले मे बात करने पर कार्यपालक पदाधिकारी वीरेन्द्र मोहन ने बताया कि मुझे इसकी कोई जानकारी नहीं है ।