◆ मुंबई से दो भाइयों के शव के साथ गांव पहुचा घायल संजय मांझी और चैत बासफोड़
◆ पटना एयरपोर्ट से शव के साथ पहुचे तरैया विधायक, परिजनों के चीख-पुकार से सबकी आंखे हुई नम
तरैया, सारण।
मुंबई के कुर्ला स्थित नेहरू नगर में सोमवार की रात्रि चार मंजिला इमारत ढहने से बिहार के सात मजूदरों की मौत के बाद शुक्रवार को मुंबई से एयर एंबुलेंस से बारी-बारी से चार मृतकों का शव पटना एयरपोर्ट पर पहुचा। पटना एयरपोर्ट से मृतकों का शव लाने के लिए तरैया अंचल से राजस्व पदाधिकारी गोपाल कुमार और सीआई योगेंद्र सिंह पटना एयरपोर्ट पहुचे हुए थे। जहां अधिकारियों ने शव को रिसीव कर तीन एम्बुलेंस के साथ मृतक के पैतृक गांव तरैया के चैनपुर खराटी पहुचे। मृत मजदूर राहुल मांझी, बिरजू मांझी, गुड्डू बासफोड़ तथा अजय बासफोड़ का शव गांव में पहुचते ही कोहराम मच गया।
मृतकों का शव देखने के लिए गांव में सैकड़ों लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई थी। वहीं परिजनों के चीख-पुकार से गांव का माहौल गमगीन बना हुआ है। पटना एयरपोर्ट से ही शव के साथ बिहार विधानसभा सत्तारूढ़ दल के उपमुख्य सचेतक सह तरैया विधायक जनक सिंह मृतक के पैतृक गांव पहुचे जहां पीड़ित परिजनों को सांत्वना दिया और उनका ढाढ़स बढ़ाया। स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं ग्रामीणों के सहयोग से मृतकों के पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार करने की तैयारी में जुटे हुए थे। वही गुरुवार को मृतक बिनोद मांझी और पप्पू मांझी का शव दिन में आ गया था।
वहीं गुरुवार की रात्रि ही माधोपुर पंचायत के राजवाड़ा गांव निवासी मृतक महेश राम का शव स्थानीय मुखिया सुशील सिंह द्वारा पटना एयरपोर्ट से शव रिसीव कर मृतक के पैतृक गांव भेजवाया थे। ग्रामीणों ने गुरुवार को दो शव और शुक्रवार को पांच शव का अंतिम संस्कार कर दिया। घटना के बाद पुरे गांव में मातमी सन्नटा छाया हुआ है।
◆ संजय व अजय ने सुनाया आपबीती
भाई के शव के साथ मुंबई से गांव पहुंचे संजय मांझी ने बताया कि सोमवार की रात्रि जैसे ही बिल्डिंग धंस गई। उसी में सभी 10 लोगों के साथ में वह भी था। जब बिल्डिंग धंस गया तो रूम के एक कोने में वह दबा हुआ था तथा वह बिल्कुल होशो हवास में था। अपने भाई लोगों को आवाज दे रहा था तो कोई कुछ नही बोल रहा था। दूसरे कोने में फंसा अजय बांसफोर धीरे से बोला। तबतक वह जहां फंसा हुआ था वहां कुछ देर के बाद बचाव कर्मियों ने दीवाल में लोहे के रड से सुरंगा तो वह अंदर से आवाज दी। उसके बाद बचाव कर्मी तेजी से मलबे को हटाकर उसको बाहर निकाला। उसके बाद बुरी तरह से दबे अजय बांसफोर को किसी तरह से बाहर किया गया। वहीं अभी गंभीर रूप से घायल अखिलेश मांझी का मुंबई में इलाज चल रहा है। अखिलेश का दोनों पैर बुरी तरह से टूट चुका है। संजय ने शव को गांव पहुंचने के बारे में पूछने पर बताया कि एयरपोर्ट से लेकर गांव तक शव पहुंचाने में बिल्डर का सहयोग है।
◆ घटना पर जनप्रतिनिधियों ने जताया शोक:-
घटना को लेकर स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने शोक व्यक्त किया तथा शोक संतप्त परिवार को इस दुख की घड़ी में धैर्य पूर्वक काम लेने की अपील की है। बिहार विधानसभा सत्तारूढ़ दल के उपमुख्य सचेतक सह तरैया विधायक जनक सिंह, पूर्व विधायक मुद्रिका प्रसाद राय, पूर्व जदयू नेता शैलेन्द्र प्रताप सिंह, प्रखंड प्रमुख प्रीति कुमारी, प्रतिनिधि धनवीर कुमार सिंह विक्कू, मुखिया संघ के अध्यक्ष मुकेश यादव, मुखिया सुशील सिंह, मुखिया प्रतिनिधि अनिल यादव, बीडीसी मुन्ना यादव, वार्ड संघ के अध्यक्ष राजू कुमार, संरक्षक शैलेश यादव समेत अन्य प्रतिनिधियों व गण्यमान्य लोगों ने घटना पर गहरी शोक प्रकट किया है।