तरैया, सारण
तरैया प्रखंड के नारायणपुर ठाकुरबाड़ी मंदिर परिसर में चल रहे नौ दिवसीय श्रीराम महायज्ञ के छठे दिन श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी थी। इस दिन श्री राम कथा और श्री मद भागवत कथा दोनों की बड़ी ही सुंदर गंगा बही। व्यासपीठ से संत श्री मुरारी स्वामी ने कहा की मानव मन की व्यथा को दूर करने की सर्वोत्तम औषधि श्रीराम कथा है। उन्होंने कहा कि इस संसार को दु:खालय कहा गया है। भगवान की कथा सभी दु:खों का शमन कर देती है।
उन्होंने कहा कि एक बार भगवान शिव एवं भगवती सती अगस्त ऋषि के आश्रम में गए, तो भगवान शिव को देखकर अगस्त ऋषि ने सर्वप्रथम युगलचरणारविंदों का पूजन किया। उन्होंने कहा कि जब कोई संत व भगवंत का पदार्पण होता है, तो हम सब का धर्म है कि उनका पूजन-वंदन करना चाहिए। लेकिन जब जीव की बुद्घि दूषित हो जाती है, तो वहीं से वह धर्म के मार्ग से भटक जाता है। यही भगवती सती के जीवन में हुआ।
भगवान शिव ने ध्यान पूर्वक प्रभू श्रीराम की कथा का आनंद लिया, लेकिन सती ने नहीं सुनी और वहां से आज्ञा लेकर चली गईं। पूजा शास्त्री ने बताया कि कथा में प्रणाम करके बैठकर कथा का श्रवण करना चाहिए तथा कथा के विश्राम के बाद आरती व प्रसाद लेकर ही जाना चाहिए। तभी श्रीराम कथा का संपूर्ण फल मिलता है। मौके पर मुखिया अमित सिंह, आचार्य सुकेश त्रिवेदी, सुनील तिवारी सरपंच संघ के प्रदेश महासचिव, दिलीप गुप्ता, डॉ ओपी यादव, मढ़ौरा सदर अस्पताल के एएनएम प्रिंसिपल शैलवी, अमनौर विधानसभा सरपंच संघ अध्यक्ष धिरज सिंह, तरैया राजद प्रखण्ड अध्यक्ष अखिलेश कुमार यादव, समाजिक कार्यकर्ता सुनिल कुमार यादव, राजशेखर पांडेय, सुपन राय, सुरजीत सिंह, शशि सिंह, मुनटुन सिंह, राम नरेश सिंह, आलोक उपाध्य, संजीव चौबे, विजय पंडित, रवि कुमार, राणा सिंह, विजय भारद्वाज, नंद किशोर यादव, तारकेश्वर राय पूर्व मुखिया, प्रमोद कुमार, अभय दुबे, नीरज कुमार, अरुण सिंह, संतोष पांडेय सहित हजारों भक्त उपस्थित थे।