* बिहार के शिक्षकों ने उठाई आवाज, अभी नहीं तो कभी नहीं
छपरा, सारण
बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ पटना के ऊर्जावान और जुझारू नेता अध्यक्ष पद के उम्मीदवार संजय कुमार यादव ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि 29 जनवरी को होने वाले राज्य स्तरीय सांगठनिक चुनाव में हम सभी चट्टानी एकता का परिचय दिखाते हुए परिवर्तन के इस महाकुंभ में निश्चित रूप से बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ में आमूलचूल परिवर्तन लाने का समय है। उन्होंने बताया की शत्रुघ्न प्रसाद सिंह लगातार पदों की अदला बदली कर अध्यक्ष और महासचिव बनने के साथ सांसद विधायक बनने का भी सफर तय कर लिया है, जिसमें शिक्षकों की मिली सारी सुविधाओं को बंधक रख, इस सम्मान को अपमान में बदल अपमानित कर शिक्षक की इकाइयों की समाप्ति, राज्य कर्मी का दर्जा, उत्कृष्ट सेवा शर्त नियमावली, आकर्षक वेतनमान के संदर्भ में सरकार से मिलकर गुफ्तगू कर जो निर्णय लिया गया और बदले में राजनीतिक गलियारे बिहार विधानसभा से लेकर सांसद के गलियारे तक का सफर तय कर लिया है और शिक्षक आज बेचारे बन बड़े बड़े आश्वासनों को सिर पर लेकर घूम रहे हैं वेतनमान, समान काम समान वेतन, सबकी शिक्षा एक समान, राज्य कर्मी का दर्जा हम लेकर रहेंगे आदि आदि लुभावने नारों के साथ समस्याओं से गिरकर दर-दर की ठोकरें खाते फिर रहे हैं। इसमे प्रमुख है समस्याओं के जनक शत्रुघ्न प्रसाद सिंह एवं उनकी टोली समर्थक के साथ कुछ दिग्भ्रमित हुए। हमारे साथी अति उत्साहित, अति महत्वाकांक्षी, पैरोकार जो पद एंव कुर्सी के लिए लालायित नौजवान को यात्रा भत्ता देकर, ठहराव भत्ता देकर, अपने आगे पीछे घूमने को मजबूर कर दिय है। जिसके कारण आज सारी समस्याओं से अपने आप को घिरे देख रहें है और निराकरण भी दूर-दूर तक संभव नहीं दिख रहा है। बिहार के तमाम नियोजित शिक्षकों से अपील है कि अभी एक मौका मिला है जिसमें हम सभी अपने चट्टानी एकता का परिचय देते हुए हमारे वोट चतुर्वेदी के पैनल को मतदान कर परिवर्तन के इस महाकुंभ में हमारा साथ दे। आपके साथ देने के उपरांत बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ में आमूलचूल परिवर्तन निश्चित रूप से दिखाई देगी।