सारण :- जिले के इसुआपुर प्रखंड में आगामी 3 सितंबर को मनाए जाने वाले जिले का प्रसिद्ध महावीरी अखाड़ा सह झंडा मेला के दौरान प्रखंड की जर्जर सड़कें दुर्घटना का सबब बन सकती हैं।
खासकर बरसात के मौसम में टूटे व जर्जर सड़कों के गढ्ढों में पानी तथा कीचड़ भर गया है। इन रास्तों से प्रखंड मुख्यालय बाजार इसुआपुर पर आने वाली जुलूस की रेलम-ठेल भीड़ नीचे गढ्ढों को नहीं देख पाएगी। जिससे गड्ढों में फिसल कर गिर जाने से उन्हें गंभीर चोटें लग सकती है।
मालूम हो कि नेवरी से गोविंदापुर, सिसवां, चकहन, शामकौरिया होते हुए इसुआपुर बाजार की ओर आने वाली मुख्य सड़क गढ्ढों में तब्दील हो हो गई है। वहीं छपियां, परसा अमरदह गांव होते हुए इसुआपुर बाजार को आने वाली सड़क भी काफी जर्जर स्थिति में है। इन गढ्ढेनुमा सड़कों पर पैदल चलना भी मुश्किल है।
वहीं मुड़वा गांव से इसुआपुर बाजार की तरफ आनेवाली सड़क भी काफी जर्जर स्थिति में है। ऐसी ही स्थिति प्रखंड मुख्यालय को जोड़ने वाली आधा दर्जन से अधिक संपर्क सड़कों की है। समय रहते प्रशासन इन सड़कों पर बने गढ्ढों को भर नहीं पाती है,तो कई दुर्घटनाएं घटित होने से इन्कार नहीं किया जा सकता।
इस बाबत अंचलाधिकारी सह प्रभारी बीडीओ करुण करण का ध्यान आकृष्ट करने पर उन्होंने कहा कि उक्त जर्जर हुए गढ्ढेनुमा सड़कों का निरीक्षण कर मनरेगा प्रोग्राम पदाधिकारी को स्थिति से अवगत कराया जाएगा।
वहीं यथासंभव विभागीय मद से गढ्ढों को भरवाने की कोशिश की जाएगी। साथ ही संबंधित पंचायत के मुखिया गणों,पंचायत समिति सदस्यों तथा सामाजिक व स्वयंसेवी संगठनों से भी इस नेक सामाजिक कार्यों में मदद करने की अपील की।