सारण जिले के मशरक प्रखंड क्षेत्र के बहरौली गांव अवस्थित प्राथमिक विद्यालय उर्दू में शिक्षकों के द्वारा लापरवाही करने का मामला प्रकाश में आया है। ग्रामीणों के अनुसार प्रतिदिन विद्यालय 11:30 से 12 बजे के बीच खुलता है। वही एमडीएम कभी कभार ही बनता है। ग्रामीणों ने बताया कि विद्यालय कभी भी समय से नही खुलता है वही विद्यालय के शिक्षक 12 बजें के पहले आते नही है वही आधे शिक्षक फरार रहते हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि बच्चे विद्यालय पहुंच गए और शिक्षकों का इंतजार करनें लगें पर जब समय से ताला नहीं खुला तों ग्रामीण आक्रोशित हो गए। वही ग्रामीणों ने बताया कि विधालय मे शिक्षा के सुधार और प्रतिदिन एमडीएम बनाने की शिकायत पंचायत प्रतिनिधियों से की जाती है पर मामले में सुधार के नाम पर खानापूर्ति कर दी जाती है।
मामले में प्रधानाध्यापक अब्दुल हसन ने बताया कि ग्रामीणों का आरोप गलत है विधालय प्रतिदिन खुलता है और एमडीएम भी प्रतिदिन बनता है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मशरक प्रखंड क्षेत्र के अधिकांश विद्यालयों में दोपहर के बाद छुट्टी कर दी जाती है वही अधिकांश विद्यालयों में शिक्षक तालमेल कर विद्यालय से फरार रहते हैं।
सरकार के द्वारा ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों को शिक्षा दिलाने की तमाम कोशिशों के बावजूद स्कूलों में शिक्षकों की लापरवाही देखने कों मिलते रहता है। शिक्षकों की लापरवाही से बच्चों का भविष्य चौपट हो रहा है।