तरैया, सारण
तरैया प्रखंड के नारायणपुर ठाकुर बाड़ी मंदिर परिसर में आयोजित नौ दिवसीय श्रीराम महायज्ञ के आठवें दिन श्री राम कथा और श्री मद भागवत कथा की प्रस्तुति हुई। व्यास पीठ से कथा वाचन करती माधवी सरस किशोरी जी ने श्री कृष्ण व सुदामा की मित्रता की कथा सुनाई। उन्होंने कहा कि सुदामा से परमात्मा ने मित्रता का धर्म निभाया। राजा के मित्र राजा होते हैं रंक नहीं। पर परमात्मा ने कहा कि मेरे भक्त जिसके पास प्रेम धन है वह निर्धन नहीं हो सकता। कृष्ण और सुदामा दो मित्र का मिलन ही नहीं जीव व ईश्वर तथा भक्त और भगवान का मिलन था। जिसे देखने वाले अचंभित रह गए थे। उन्होंने आगे कहा कि कृष्ण व सुदामा जैसी मित्रता आज कहां है। यही कारण है कि आज भी सच्ची मित्रता के लिए कृष्ण-सुदामा की मित्रता का उदाहरण दिया जाता है। सुदामा नाम सुनते ही द्वारिकाधीश नंगे पांव मित्र की अगवानी करने पहुंच गए। लोग समझ नहीं पाए कि आखिर सुदामा में क्या खासियत है कि भगवान खुद ही उनके स्वागत में दौड़ पड़े। श्रीकृष्ण ने स्वयं सिंहासन पर बैठाकर सुदामा के पांव पखारे। कृष्ण-सुदामा चरित्र प्रसंग पर श्रद्धालु भाव-विभोर हो उठे। मौके पर वाईपीएल संयोजक युवराज सुधीर सिंह, युवा ब्राह्मण चेतना मंच के उपाध्यक्ष आचार्य सुकेश त्रिवेदी, सरपंच संघ के प्रदेश महासचिव सुनील कुमार तिवारी, पूर्व विधायक मुद्रिका प्रसाद राय, राहुल सिंह पैक्स अध्यक्ष, मुखिया अमित सिंह, धर्मेंद्र यादव पूर्व प्रमुख, दिलीप गुप्ता, डॉ. ओ पी यादव, मुखिया ओमप्रकाश राम, राजशेखर पांडेय, सुपन राय, सुरजीत सिंह, वीरेंद्र राय, राम नरेश सिंह, आलोक उपाध्य, संजीव चौबे, नागेंद्र प्रसाद, रविंदर कुमार, विजय पंडित, राणा सिंह, विजय भारद्वाज, सचिन कुमार, नंद किशोर यादव, पूर्व मुखिया तारकेश्वर राय, अभय दुबे, नीरज सिंह, अरुण सिंह, संतोष पांडेय सहित हज़ारों भक्त उपस्थित थे।