
पटना। जिले के दानापुर थानांतर्गत सगुना मोड़ के नजदीक जीवा शोरूम में शुक्रवार को दिनदहाड़े डकैती की वारदात को अंजाम दिया गया। अपराधियों ने 40 लाख मूल्य के हीरे, सोने व चांदी के जेवरात और 26 हजार रुपये कैश लूट लिए और फरार हो गए।
दुकान के कमर्चारी के अनुसार पांच से अधिक बदमाश ग्राहक बनकर अंदर आए। हैरत की बात है कि घटनास्थल से महज एक किलोमीटर की दूरी पर पुलिस चौकी है।
बड़ी संख्या में बल के साथ अतिक्रमण हटाओ अभियान भी चल रहा था। लुटेरे शोरूम प्रबंधक का मोबाइल भी साथ लेकर चले गए, लेकिन तकनीकी जांच के बावजूद पुलिस उन्हें पकड़ नहीं सकी।
इस दुकान पर बदमाशों ने की चोरी।
घटना की सूचना मिलने पर मौके पर पुलिस के वरीय अधिकारी पहुंचे हैं। शहर में सघन वाहन जांच शुरू कर दिया गया है।
अब सीसीटीवी फुटेज से कैद तस्वीरों से पुलिस उनकी पहचान करने में जुटी है। एसएसपी अवकाश कुमार ने बताया कि दानापुर एसडीपीओ-1 भानु प्रताप सिंह के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया है।
आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। चौकी प्रभारी की लापरवाही सामने आई तो उस पर भी कार्रवाई की जाएगी।
पहले घुसा था एक अपराधी, फिर आए बाकी
बताया गया कि सवा ग्यारह बजे एक अपराधी ग्राहक बनकर शोरूम में घुसा था। उसने अंगूठी देखने के बहाने पूरे शोरूम का जायजा लिया। इसके बाद उसने और कीमती अंगूठी दिखाने को कहा। शोरूम प्रबंधक लवकुश जब दूसरी अंगूठी लेकर आए तो अपराधी बोला- बाहर भाभी खड़ी हैं, उन्हें लेकर आता हूं।
बाहर जाने के बाद वह एक और साथी के साथ आया, फिर 11:49 तक तीन और बदमाश अंदर आ गए। सभी ने प्रबंधक समेत दुकान में रहे दूसरे कर्मियों पर पिस्टल तान दी। वे बैग साथ लेकर आए थे। उन्होंने जेवरात समेटना शुरू कर दिया।
कुछ जेवरात रखने के बाद प्रबंधक ने बताया कि ये चांदी के हैं तो उसे छोड़कर दूसरा उठाने लगे। काउंटर से नकदी निकालने के क्रम में उन्होंने लवकुश का मोबाइल भी बैग में रख दिया। 11:58 बजे पहले एक, फिर दो-दो करके अपराधी अलग-अलग बाइक पर बैठकर खगौल की तरफ भाग निकले।
20-22 की उम्र के थे अपराधी
अपराधियों की आयु 20-22 वर्ष के आसपास बताई जा रही है। वे आपस में हिंदी और मगही की मिली-जुली बोली में बात रहे थे। उन्होंने जींस और शर्ट पहन रखा था। चेहरा ढंकने के लिए टोपी भी लगाई थी।
ऐसा माना जा रहा है कि वारदात को अंजाम देने से पहले अपराधियों ने अच्छी तरह रेकी की थी। उन्हें मालूम था कि शोरूम हाल में (27 दिसंबर 2024) को खुला था। वहां सिक्योरिटी गार्ड नहीं है। पहले एक अपराधी ने अंदर जाकर शोरूम का मुआयना किया, फिर उसका इशारा पाकर बाकी साथियों ने धावा बोल दिया।
उनके जाते ही शोरूम प्रबंधक ने पुलिस को जानकारी दी। थानेदार प्रशांत कुमार भारद्वाज के बाद एएसपी भानु प्रताप सिंह, सिटी एसपी सरथ आर एस और एसएसपी अवकाश कुमार भी छानबीन करने पहुंचे।
एफएसएल की टीम ने घटनास्थल से लुटेरों के फिंगर प्रिंट्स लिए हैं। तकनीकी सेल की टीम लुटेरों के भागने की दिशा में लगे सीसी कैमरों को खंगाल रही है।
एक कॉल ने उम्मीदों पर फेरा पानी
शोरूम प्रबंधक के लूटे गए मोबाइल पर आए एक कॉल ने पुलिस की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। दरअसल, पुलिस को जब जानकारी हुई कि लुटेरों के पास प्रबंधक का मोबाइल है तो उसकी लोकेशन निकाली गई।
लोकेशन से सटीक जानकारी नहीं प्राप्त हो पाई। इससे मालूम हुआ कि वे बेलदारीचक तक पहुंचे हैं। उस रास्ते में बैरिकेडिंग लगाकर वाहनों की जांच शुरू कर दी गई। सबसे पहले पहुंचे दो अपराधी आरवन फाइव बाइक से थे।
पुलिस की खोजबीन जारी थी कि मोबाइल पर कॉल आ गया। इससे अपराधियों को बैग में मोबाइल होने की जानकारी मिल गई और उन्होंने उसे निकाल कर फेंक दिया।