
बिहार डेस्क — मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू ने बड़ा फैसला लेते हुए कई नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की है. और उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया है।
केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह के करीबी व पार्टी प्रवक्ता अजय आलोक को भी जदयू ने पार्टी से निकल दिया है. जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने इसकी जानकारी दी है. पार्टी का अनुशासन तोड़ने के आरोप में इन नेताओं के खिलाफ कार्रवाई हुई है. जदयू ने अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए अनिल कुमार, विपिन यादव और अजय आलोक को पार्टी के पदों से मुक्त कर दिया गया है और उन्हें पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से भी निलंबित कर दिया है. वहीं जदयू नेता जितेंद्र नीरज को भी पार्टी से निकाला गया है. अजय आलोक और जितेंद्र नीरज आरसीपी सिंह के करीबी बताए जाते हैं।
जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने एक बयान जारी कर कहा है कि पार्टी के कुछ पदाधिकारी लगातार अनुशासन भंग कर रहे थे. इसलिए उन पर कार्रवाई की गई है. उन्होंने कहा कि कुछ जिलों से कई पदाधिकारियों की शिकायत मिल रही थी, वैसे लोगों पर कार्रवाई की गई है ताकि पार्टी में अनुशासन बनी रहे. उमेश कुशवाहा ने बताया कि कुछ दिनों से पार्टी के पदाधिकारी द्वारा पार्टी के अनुशासन का उल्लंघन किया जा रहा था. बार-बार किसी के द्वारा अनुशासन तोड़ना और पार्टी की मर्यादा को बार बार तोड़ा जाना ठीक नहीं है. इस स्थिति में पार्टी को सख्ती से कार्रवाई करने की जरुरत पड़ती है।
बता दें कि हाल ही में हुए राज्यसभा चुनाव में जदयू ने केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह को टिकट नहीं दिया. जिसके बाद माना जा रहा था कि जदयू में गुटबाजी तेज हो गई है. ललन सिंह और आरसीपी सिंह के समर्थकों को उमेश कुशवाहा ने चेतावनी भी दी थी. वहीं अजय आलोक ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और आरसीपी सिंह के गहरे संबंधों का जिक्र करते हुए कहा था कि शिल्पकार अपनी मूर्ति कभी नहीं तोड़ते हैं. साथ ही उन्होंने आरसीपी का नाम लिये हुए कहा था कि उनका अहम योगदान हमेशा रहेगा. मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने उनके ट्वीट पर अपनी प्रतिक्रिया में देते हुए उसे निजी विचार बताया था. साथ ही सलाह नहीं देने की नसीहत भी दी थी।
पार्टी सूत्रों का कहना है कि निलंबित किए गए चारो नेता केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह के करीबी हैं हाल ही में जदयू ने राज्यसभा चुनाव में आरसीपी को टिकट नहीं दिया. साथ ही कई लोगों को पार्टी में किनारे लगाया गया जो आरसीपी के करीबी बताए जाते हैं. अब इन चारों नेताओं पर हुई कार्रवाई भी उसी के अनुरूप बताई जा रही है. हालांकि जदयू ने निलम्बन को पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण की गई कार्रवाई कहा है।
दरअसल, जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह और आरसीपी सिंह के बीच रिश्ते तल्ख होने की बात जगजाहिर है. भले ही दोनों नेता इससे इनकार करें लेकिन पार्टी के सूत्र कहते हैं कि दोनों के बीच तनाव के कारण ही अब ललन सिंह की ओर से आरसीपी खेमे के नेताओं को पार्टी से किनारे लगाया जा रहा है।