
पटना. नीतीश मंत्रिमंडल में भाजपा कोटे के मंत्री ने मदरसा में मिल रही शिक्षा को लेकर बड़ा सवाल खड़ा किया है. बिहार के पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी ने कहा है कि बिहार के मदरसों में पढ़ने वाले छात्र बड़े होकर सिर्फ मौलवी ही बन सकते हैं, इससे ज्यादा कुछ नहीं. उन्होंने कहा कि अगर वाकई मुस्लिम समुदाय चाहता है कि उनके बच्चे पढ़ लिख कर डॉक्टर-इंजीनियर बनें तो उसे मदरसा में नहीं बल्कि सरकारी या प्राइवेट स्कूल में पढ़ाना चाहिए.
सम्राट चौधरी ने अपने सहयोगी भाजपा मंत्रियों के मदरसा की भूमिका पर सवाल खड़ा करने पर कहा कि अगर मदरसा की भूमिका पर भाजपा के कुछ मंत्रियों ने सवाल उठाए है तो उसका आधार होगा तभी ना हमारे सहयोगियों ने सवाल उठाए हैं. ऐसे ही कोई थोड़े ही ना उठा देता है. बांका के मदरसा हो या किशनगंज के मदरसा वहां जो कुछ भी हुआ इसका मतलब क्या निकाला जाए.
भाजपा मंत्रियों के ज्ञान में कमी- अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री
भाजपा कोटे के एक के बाद एक कई मंत्रियों के मदरसा की पढ़ाई को लेकर उठाए जा रहे सवाल कई सवाल खड़े करता है. इसके पहले भाजपा के मंत्रियों नीरज कुमार बबलू, जीवेश मिश्रा ने मदरसा में पढ़ाई की जगह देश के खिलाफ पढ़ाया जाता है कह कर विवाद बढ़ा दिया था. इस पर अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री ने भाजपा मंत्रियों के ज्ञान में कमी का आरोप लगा हमला बोला था. जमा खान ने कहा था कि मैं चुनौती देता हूं अपने सहयोगियों को की वो साबित कर दें कि मदरसा में आतंकी बातें सिखाई जाती है. हमारे सहयोगियों में ज्ञान की कमी है.
मदरसा से पढ़े लोग बड़े ओहदों पर गए हैं-खालिद अनवर
बिहार में मदरसे की भूमिका को लेकर भाजपा और जेडीयू नेताओ के बीच बयानबाजी काफी तीखी होती जा रही है. मंत्री सम्राट चौधरी के मदरसे पर दिए बयान ने जेडीयू को नाराज कर दिया है. JDU MLC खालिद अनवर ने कहा की पहले अपना ज्ञान बढ़ाए मंत्री जी मदरसा से पढ़े लोग काफी बड़े- बड़े ओहदों पर गए हैं. इस तरह के बकवास कर माहौल को खराब करने की कोशिश कर रहे हैं. मैं भी मदरसा से पढ़ हुआ हूं तो क्या मेरे पास ज्ञान की कमी है. इस तरह का बेतुका बयान ठीक नहीं है और ये सब एक सोची समझी रणनीति के तहत दिया जा रहा है लेकिन उनका मंसूबा सफल नहीं होगा.