सारण :- जिले के माँझी नगर पंचायत क्षेत्र के गोंढा गाँव में एक महिला को घर में बन्द कर बेरहमी से पीटे जाने की सुचना पर उसके ससुराल वालों को पकड़ने गई डायल 112 की पुलिस वाहन पर पत्थर बाजी कर क्षतिग्रस्त करते हुए पुलिस कर्मियों को मारपीट कर जख्मी करने तथा दुबारा माँझी थाना पर धावा बोलकर वहाँ भी दुबारा पथराव करके दो आरोपियों को जबरन छुड़ा लेने के मामले में माँझी थाना पुलिस ने 23 नामजद तथा 50 अज्ञात लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की है।
पुलिस ने इस मामले में कुल आठ नामजद आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया। और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है।
माँझी थाने में पदस्थापित एएसआई किरण कुमारी द्वारा दर्ज कराई गई प्राथमिकी में यह कहा गया है कि पीड़ित महिला द्वारा फोन पर दी गई सूचना के आलोक में पहुँची डायल 112 की पुलिस ने पीड़ित महिला को घसीट घसीट कर पीट रहे दो आरोपियों क्रमशः नीरज कुमार तथा विवेक कुमार दोनों पुत्र शत्रोहन साह को जबरन छुड़ाने के लिए भीड़ में शामिल दो तीन लोगों में शामिल राजन कुमार यादव ने खुद को माँझी नगर पँचायत की चेयरमैन का भतीजा बताते हुए मौजूद लोगों को उकसाया तथा लगभग एक सौ की संख्या में उपस्थित भीड़ ने अचानक पुलिस पर हमला बोल दिया।
विपरीत परिस्थिति को भाँप कर एएसआई किरण कुमारी ने माँझी थाने पर सूचना देकर अन्य पुलिसकर्मियों को भी बुला लिया। इसी बीच भीड़ में शामिल लोगों ने होमगार्ड के जवानों से धक्का मुक्की करके उनकी राइफल छिनने का भी प्रयास किया। बाद में उग्र हुए लोगों किसी तरह समझा बुझा कर पुलिस दोनों आरोपियों को थाना पर लेकर आ गई।
इसी बीच दर्जन भर चार पहिया तथा दोपहिया पर सवार होकर आए 20 से 25 उग्र लोगों ने माँझी थाना पर भी पत्थरबाजी शुरू कर दिया तथा पकड़े गए दोनों आरोपियों को पुलिस जीप से उतारकर भगा दिया। भीड़ में शामिल उग्र लोगों द्वारा किये गए पथराव में पुलिस वाहन के चालक दिलीप कुमार शर्मा का हाथ फट गया तथा खून बहने लगा। इस दौरान किये गए पत्थरबाजी में लगभग आधा दर्जन अन्य पुलिसकर्मी भी चोटिल हो गए।
पूछे जाने पर थानाध्यक्ष अमित कुमार ने बताया कि पुलिस वाहन तथा थाना पर उग्र भीड़ द्वारा किये गए पथराव मामले को जिला प्रशासन ने काफी गम्भीरता से लिया है। इस मामले में किसी भी नामजद आरोपी को बख्शा नही जाएगा तथा 50 अज्ञात आरोपियों को चिन्हित कर उन सबको जल्द ही जेल भेजा जाएगा।