
वैक्सीन की 12 डोज लेने के बाद चर्चा में आए मधेपुरा के ब्रह्मदेव मंडल की जांच कर ली गई है। स्वास्थ्य विभाग ने जांच रिपोर्ट भारत सरकार को भेज दी है। जांच में पाया गया कि ब्रह्मदेव ने सिस्टम को तोड़ने का काम किया है। वैक्सीन को लेकर जो गाइडलाइन तय की गई थी, उसको उन्होंने तोड़कर अपराध किया है। स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने कहा कि यह बड़ा अपराध है। ऐसी घटना करने वाले के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। कोविन सिस्टम को लेकर रिपोर्ट भारत सरकार को भेजी गई है।
स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि कोई भी गाइडलाइन काफी मंथन के बाद जारी की जाती है। फिलहाल वैक्सीन को लेकर तो काफी शोध के बाद ही वैज्ञानिकों ने दो डोज तय किया है। हर वैक्सीन के लिए डोज के दिन में अंतर भी वैज्ञानिकों ने ही तय किया है। तय किए गए मानक के आधार पर भारत सरकार ने गाइडलाइन जारी की थी। इस गाइडलाइन की जानकारी होने के बाद भी मधेपुरा के ब्रह्मदेव मंडल ने 12 बार वैक्सीन लेने का दावा किया है। यह भारत सरकार की गाइडलाइन तोड़ने का मामला है। बड़ा अपराध है और इस पर की गई कार्रवाई पूरी तरह से सही है।
बुजुर्ग ने 12 बार वैक्सीन लगवाकर कहा – कोरोना टीके से शरीर की ताकत बढ़ी
पुलिस कर रही तलाश, स्वास्थ्य विभाग अलर्ट
एक तरफ ब्रह्मदेव मंडल की तलाश में पुलिस जुटी है, वहीं दूसरी तरफ भविष्य में ऐसे मामले नहीं हो इसके लिए भी चेतावनी दी जा रही है। ऐसी व्यवस्था को लेकर काम किया जा रहा है। जिलों के प्रतिरक्षण पदाधिकारियों को कहा गया है कि वह ऐसे मामलों को लेकर पूरी तरह से अलर्ट रहें।
वैक्सीन की 12 डोज लेने वाले के घर रेड, दरवाजा तोड़कर घुसी पुलिस
मंडल के घर पुलिस ने मारा छापा
वैक्सीन की 12 डोज लेने का दावा करने वाले 84 साल के बुजुर्ग ब्रह्मदेव मंडल के घर पुलिस ने सोमवार को छापा मारा, लेकिन वो घर में नहीं मिले। परिवार वालों का आरोप है कि पुलिस वाले दरवाजा तोड़कर घर में जबरन घुस गए। पत्नी ने कहा- अपने स्वास्थ्य के लिए सोचना कोई अपराध है क्या? वो कोई अपराधी नहीं हैं, फिर भी उनके साथ अपराधियों जैसा व्यवहार किया जा रहा है।
मामले में एसपी राजेश कुमार ने बताया कि ब्रह्मदेव के खिलाफ धोखेबाजी, संपत्ति नष्ट करने और सरकारी आदेशों की अवहेलना का केस दर्ज किया गया है।